चल रही भवसागर में ये जीवन नौका है जीवन तो एक समझौता है। चल रही भवसागर में ये जीवन नौका है जीवन तो एक समझौता है।
जीवन से समझौता कैसे , हम सबको जीना यही हैं , प्रकृति ने हमें जन्म दिया , और हमें करन जीवन से समझौता कैसे , हम सबको जीना यही हैं , प्रकृति ने हमें जन्म दिया , ...
इंसान जीवन जीने के लिए हर पल समझौता करता है I इंसान जीवन जीने के लिए हर पल समझौता करता है I
इस जीवन का कुछ मकसद बना लो जरा इस जीवन का कुछ मकसद बना लो जरा
जब प्रकृति प्रतीत हो खुशनुमां धरा पर खिले हर और रूप नया, प्रेम का संदेश हर और फैला ह जब प्रकृति प्रतीत हो खुशनुमां धरा पर खिले हर और रूप नया, प्रेम का संदेश ह...
जीवन शब्दों के लिए बहुत गहरा है इसलिए इसका वर्णन करने की कोशिश न करें, इसे जिएं। जीवन शब्दों के लिए बहुत गहरा है इसलिए इसका वर्णन करने की कोशिश न करें,...